जिला पुलिस और स्पेशल इन्वेस्टिगेशन यूनिट (एसआईयू) की टीम ने चिट्टे (मादक पदार्थ) के अवैध कारोबार पर करारी चोट करते हुए एक बड़ी सफलता हासिल की है। सदर थाना पुलिस और एसआईयू की संयुक्त कार्रवाई में पंजाब से ताल्लुक रखने वाले तीन युवकों को गिरफ्तार किया गया है, जिनमें मुख्य सप्लायर भी शामिल हैं। आरोपियों को चंडीगढ़ के खरड़ से पकड़ा गया और उन्हें कोर्ट में पेश किया गया।
आरोपियों की पहचान और गिरफ्तारी
गिरफ्तार किए गए आरोपियों की पहचान अभिनव, बलजिंद्र सिंह और गुरप्रीत सिंह (पुत्र जोगिंदर सिंह, निवासी माजरी जट्टां, जिला रूपनगर, पंजाब) के रूप में हुई है। पुलिस के अनुसार, गुरप्रीत सिंह बलजिंद्र सिंह का सहयोगी है। इन्हें बैकवर्ड लिंकेज के आधार पर खरड़ से गिरफ्तार किया गया है।
*पहले गिरफ्तार आरोपी ने उगले सप्लायरों के नाम*
इससे पहले, अप्रैल महीने में 25.26 ग्राम चिट्टे और कैप्सूल के साथ प्रतापनगर निवासी अभिनव को पकड़ा गया था। पुलिस रिमांड में उसने बलजिंद्र सिंह और गुरप्रीत सिंह के नाम उगले थे, जो उसे मादक पदार्थ सप्लाई करते थे।
*पैसों का सुनियोजित लेन-देन*
जांच में पता चला है कि आरोपी बेहद सुनियोजित तरीके से पैसों का लेन-देन करते थे। अभिनव अपने और दूसरों के बैंक खातों के माध्यम से आरोपियों को पैसे ट्रांसफर करता था। इसके अलावा, उसने ट्रैवल एजेंसी के जरिए भी भुगतान किया था। वहीं, गिरफ्तार किए गए दोनों आरोपी भी अपने परिजनों, रिश्तेदारों और दोस्तों के खातों का इस्तेमाल करते थे, ताकि पैसों के ट्रांजैक्शन को छुपाया जा सके।
पुलिस रिमांड पर भेजे गए आरोपी
आरोपियों को पहले 31 मई तक जुडिशियल कस्टडी में भेजा गया था, लेकिन आज उन्हें फिर से कोर्ट में पेश किया गया। अदालत ने उन्हें 5 दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है, ताकि पुलिस और गहन पूछताछ कर सके।
एसपी हमीरपुर ने बताया कि यह गिरफ्तारी नशा मुक्ति अभियान के तहत एक बड़ी सफलता है। उन्होंने कहा, “हम चिट्टे जैसे मादक पदार्थों की तस्करी पर पूरी तरह अंकुश लगाने के लिए प्रतिबद्ध हैं। आरोपियों के नेटवर्क को पूरी तरह से उजागर करने की कार्रवाई जारी है।”
इस मामले में नारकोटिक्स एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है और पुलिस आगे की जांच में जुटी हुई है।
