सर्वजनकल्याण सभा ने शिक्षक दिवस के अवसर पर हमीरपुर विधानसभा के ब्राहलड़ी में दस पंचायतों के 100 से अधिक पूर्व शिक्षक किए सम्मानित ।

सर्वजनकल्याण सभा द्वारा शिक्षक दिवस के उपलक्ष्य पर आज हमीरपुर विधानसभा के ब्राहलड़ी

में पूर्व शिक्षकों के सम्मान समारोह का आयोजन किया गया जिसमें 10 पंचायतों के 100 से अधिक पूर्व शिक्षकों को सम्मानित किया गया ।
इस अवसर पर हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के पूर्व चैयरमैन शिक्षाविद डॉक्टर सुरेश सोनी ने मुख्यअतिथि के रूप में , उनके साथ NIT हमीरपुर में प्रोफेसर पवन शर्मा, रिटायर्ड डिप्टी डायरेक्टर कुलभूषण राकेश ने वशिष्ट अतिथि के रूप में शिरकत की।
इस अवसर पर मुख्यअतिथि
हिमाचल प्रदेश स्कूल शिक्षा बोर्ड धर्मशाला के पूर्व चैयरमैन शिक्षाविद डॉक्टर सुरेश सोनी ने कहा कि भारत में 5 सितंबर को डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिन पर राष्ट्रीय शिक्षक दिवस मनाया जाता है, जो शिक्षकों के योगदान को सम्मानित करता है।
डॉक्टर सुरेश सोनी ने कहा कि शिक्षक ही वे मार्गदर्शक होते हैं, जो हमें सही दिशा दिखाते हैं। हमारे ज्ञान को बढ़ाने का काम करते हैं। हमें जीवन के कठिन मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करते हैं। उनकी मेहनत का फल हम अपने जीवन में पाते हैं।
आज इस अवसर पर मैं आप सभी पूर्व गुरुजनों को धन्यवाद देना चाहता हूं। आपका योगदान अमूल्य है। और में आप सभी के अमूल्य योगदान का सम्मान करता हूँ।

उन्होंने कहा कि हम भारत वासी एक बहुत ही प्राचीन सभ्यता है और हमारे देश की सभ्यता और संस्कृति को बचाने का श्रेय सभी गुरुजनों को जाता है । सुरेश सोनी ने पूर्व अध्यापकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि आप अपने अंदर ये विचार कभी मत आने देना की आप रिटायर हो गए हैं हमारी कौन सुनेगा परन्तु ऐसा नहीं है आप सभी हमारे समाज के लिए कल भी प्रेरणा स्त्रोत थे आज भी हैं और कल भी प्रेरणा स्त्रोत रहेंगे आज हमारे देश को समाज को विभिन्न कुरीतियों से बचाने के लिए आप को फिर उसी ऊर्जा के साथ काम करना चाहिए।

मुख्य अतिथि डॉक्टर सुरेश सोनी ने सर्वजनकल्याणसभा के अध्यक्ष नवीन शर्मा को बधाई देते हुए कहा कि आप ने बहुत ही सराहनीय पहल पूर्व शिक्षकों को सम्मानित करनेकी की है इसके लिए आप बधाई के पात्र हैं और गुरुजनों का आशीर्वाद आप के साथ है ।

सर्व जनकल्याण सभा के अध्यक्ष नवीन शर्मा ने पूर्व शिक्षकों को सम्बोधित करते हुए कहा कि माता पिता के बाद हमारे गुरुजन ही हमारा सर्वांगीण विकास करते हैं । नवीन शर्मा ने कहा कि शिक्षक समाज की रीढ़ होते हैं। वे हमारे जीवन के पहले गुरु होते हैं, जो हमें केवल पाठ्यक्रम का ज्ञान ही नहीं, बल्कि जीवन की सच्ची शिक्षा भी देते हैं। वे हमें सही और गलत का अंतर सिखाते हैं। वह हमें प्रेरित करते हैं। हमारे सपनों को पूरा करने के लिए मार्गदर्शन करते हैं। उनका समर्पण और मेहनत ही हमारे भविष्य की नींव है।
हमारे गुरुजनों का योगदान अमूल्य है। वे हर दिन हमें जीवन की महत्वपूर्ण बातें सिखाते हैं।इस अवसर पर कार्यक्रम के संयोजक यशवीर जमवाल संस्था के उपाध्यक्ष बलवीर जमवाल नरेंद्र मोदगिल , देश राज शर्मा जय गोपाल ,हंसराज शर्मा, रोशन लाल शर्मा ,रवि धीमान सहित अन्य शिक्षाविद उपस्थित रहे ।