हमीरपुर से विधायक आशीष शर्मा व बड़सर विधायक इंद्रदत्त लखनपाल ने जारी संयुक्त प्रेस विज्ञप्ति में हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री शसुखविंदर सिंह सुक्खू पर हमला बोलते हुए कहा कि आखिर आपदा की इस घड़ी में सुक्खू अपनी जिम्मेदारियों से क्यों भाग रहे और भाजपा द्वारा उठाये सवालों का जवाब क्यों नहीं दे रहे हैं।
एक संयुक्त बयान में आशीष शर्मा व इंद्रदत्त लखनपाल ने कहा “आज हिमाचल प्राकृतिक आपदा की मार झेल रहा है मगर मुख्यमंत्री अपनी जिम्मेदारियों से भाग रहे हैं। आपदा की घड़ी में प्रदेश हित में काम करने की बजाय वो सिर्फ मीडिया में बयानबाजी तक ही सीमित हैं। सुक्खू आखिर क्यों आपदा को लेकर भाजपा के सवालों का जवाब देने की बजाय राजनीतिक रोटियाँ सेंक रहे हैं। भाजपा द्वारा बार बार मुख्यमंत्री से पूछा जा रहा है कि आपदा में जिन लोगों के मकान पूरी तरह ध्वस्त हुए उन्हें 7 लाख रुपये व जिनके मकानों को आंशिक रूप से नुक़सान पहुँचा है उन्हें 1 लाख रुपये देने की घोषणा तो आपने कर दी मगर अब तक आपने कितने लोगों तक ये मदद पहुँचाई इसका जवाब आप क्यों नहीं देते। कितने आपदा प्रभावितों को आपने तिरपाल दिये इसके आँकड़े आप क्यों नहीं देते। 2023 में कांग्रेस सरकार आपदा पीड़ितों के लिए 4500 करोड़ रुपये की घोषणा करती है, मगर हक़ीक़त में अब तक इन्होंने सिर्फ़ 256 करोड़ रुपये ही मदद के रूप में जारी कर पाये है, आखिर बाकी के पैसे अब तक आपदा पीड़ितों को क्यों नहीं बाँटे गये? क्या वो पैसा अपने मित्रों को बांट दिया?
प्रदेश सरकार सार्वजनिक रूप से कहती है कि केंद्र सरकार सहयोग नहीं करती, मगर विधानसभा में लिखित रूप में मानते हैं कि केंद्र सरकार से आपदा के दौरान पिछले 3 वर्षों में हज़ारों करोड़ रुपये हिमाचल को मिले हैं। ये जगह-जगह कहते हैं कि इस वर्ष केंद्र सरकार से कोई पैसा नहीं मिला, और वहीं विधानसभा में लिखित में मानते हैं कि सिर्फ इस वर्ष अभी तक 1087 करोड़ रुपये से ज्यादा की मदद केंद्र से मिल चुकी है। मुख्यमंत्री क्यों नहीं बताते कि आखिर केंद्र से आये पैसे को अभी तक कितना खर्च कर पाये और इस आपदा में राज्य सरकार की ओर से कितना खर्च किया इन्होंने। सुक्खू आख़िर तथ्यों और आँकड़ों पर बात करने की बजाए सिर गोल-मोल बातें कर जनता को गुमराह क्यों कर रहे हैं
