मृतका के दिव्यांग बच्चे को ‘सुखाश्रय योजना’ के तहत सहायता देने की मांग भाजपा नेत्री उषा बिरला

हमीरपुर।

भारतीय जनता पार्टी की वरिष्ठ नेत्री उषा बिरला ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए शासन पंचायत में हाल ही में हुई दर्दनाक घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने कहा कि कुछ नाबालिग बच्चों द्वारा एक 40 वर्षीय महिला की निर्मम हत्या कर देना अत्यंत निंदनीय और समाज को झकझोर देने वाली घटना है। इस घटना की जितनी निंदा की जाए, उतनी कम है।

उषा बिरला ने कहा कि अब यह गंभीर प्रश्न उठता है कि नाबालिग बच्चे इस तरह की वारदातों को अंजाम क्यों दे रहे हैं। उन्होंने कहा कि समाज और अभिभावकों को अब और अधिक जागरूक होने की आवश्यकता है। यदि कोई नाबालिग इस हद तक पहुँच जाता है कि वह किसी की जान ले ले, तो यह मानसिक प्रवृत्ति एक दिन में विकसित नहीं होती — इसके पीछे लंबे समय से चली आ रही अनदेखी और लापरवाही होती है।

उन्होंने कहा कि कई बार घर के बड़े या समाज के लोग बच्चों के गलत आचरण की शिकायत माता-पिता से करते हैं, लेकिन माता-पिता अपने बच्चों का पक्ष लेकर उल्टा शिकायत करने वालों को ही कटघरे में खड़ा कर देते हैं। यही रवैया बच्चों को और अधिक प्रोत्साहित करता है। उषा बिरला ने कहा कि अभिभावकों का अंधा विश्वास बच्चों में गलत मानसिकता को जन्म दे रहा है।

उन्होंने कहा कि आज सोशल मीडिया भी बच्चों की मानसिकता को बिगाड़ने में बड़ी भूमिका निभा रहा है। कुछ सोशल साइट्स पर ऐसे अशोभनीय व आपराधिक कंटेंट अपलोड किए जाते हैं जो नाबालिगों को गलत दिशा में ले जा रहे हैं। उन्होंने सरकार से आग्रह किया कि ऐसी साइट्स पर संज्ञान लेते हुए उन पर प्रतिबंध लगाया जाए।

उषा बिरला ने प्रशासन से भी आग्रह किया कि वे शिक्षण संस्थानों, रेस्टोरेंटों और ऐसे स्थानों पर निगरानी बढ़ाएं, जहां युवा वर्ग नशे और गलत प्रवृत्तियों का शिकार हो रहा है। उन्होंने प्रधानमंत्री से भी अपील की कि संसद में संशोधन कर सजा अपराध के आधार पर दी जाए, उम्र के आधार पर नहीं, ताकि नाबालिग भी गंभीर अपराधों के प्रति सचेत रहें।

अंत में उषा बिरला ने प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू से अनुरोध किया कि शासन पंचायत की मृतका के दिव्यांग बच्चे को शर्तों में छूट देकर ‘सुखाश्रेय योजना’ के तहत तत्काल सहायता प्रदान की जाए, जिससे उस परिवार को राहत मिल सके।