पहली बार मेडिकल कॉलेज में बुजुर्ग महिला मरीज का कंधा निकाला, टूट चुका था, ऑपरेशन रहा सफल

डॉ राधाकृष्णन मेडिकल कॉलेज में पहली बार एक वृद्ध महिला मरीज का कंधे का सफल ऑपरेशन हुआ है। इस तरह की सुविधा सरकारी क्षेत्र में कम है मरीजों को या तो प्रदेश से बाहर या प्राइवेट अस्पतालों में जाकर उपचार करवाना पड़ता है।

मेडिकल कॉलेज में उपचार को पहुंची रूमला देवी 69 गजब कंधा फैक्चर हो गया तो चेकअप करवाने के लिए ऑर्थो ओपीडी में पहुंची जहां से डॉक्टरों ने उसे ऑपरेशन करने की जानकारी दी। फिर उसे आर्थो वार्ड में दाखिल कर लिया गया। बीते सप्ताह उसका ऑपरेशन कर दिया गया जो सफल रहा है। अब वह स्वास्थ्य उपचार ले रही है।

गौरतलब है कि मामला इसलिए गंभीर था क्योंकि यह महिला बुजुर्ग अवस्था में है और इस अवस्था में हड्डियां वैसे भी कमजोर होती हैं। इस महिला मरीज का कंधा खिसक गया था और वह टूट भी चुका था। कंधे का जोड़ पूरी तरह डैमेज हो चुका था। डॉक्टर्स ने ऑपरेशन के दौरान उसके ग्रीस पार्ट को निकाल दिया। क्योंकि यदि वहां जॉइंट डाला जाता और प्लेट उसमें स्थापित करनी होती तो हड्डी कमजोर होने के कारण प्लेट डालने पर जॉइंट नहीं जुड़ पाना था। ऑपरेशन टीम में ऑर्थोपेडिक्स विभाग के प्रमुख एसोसिएट प्रोफेसर डॉक्टर संजय ठाकुर की अगुवाई में डॉ मनोज ,डॉक्टर जसपाल, एनेस्थीसिया विभाग के डॉक्टर मंजीत डॉक्टर नेहा, स्टाफ नर्स रश्मि, सुधा देवी, ओटीपी विभाग राजन ,रश्मि, कर्मचारी अश्विनी, लेखराज के अलावा दूसरी टीम में डॉक्टर गोरी, डॉक्टर सुमित ,डॉक्टर विकास और डॉक्टर पंकित शामिल हैं। मेडिकल कॉलेज के प्रिंसिपल डॉक्टर रमेश भारती का कहना है कि मरीज को यहीं पर बड़ी-बड़ी ऑपरेशन की सुविधाएं उपलब्ध हो सके इसके लिए कदम उठाए जा रहे हैं। सभी विभागों में अलग-अलग बीमारियों को लेकर बड़े ऑपरेशन किए जा रहे हैं।

वहीं आर्थो विभाग के प्रमुख डॉ संजय ठाकुर का कहना है कि बुजुर्ग अवस्था में हड्डियां कमजोर हो जाती है। महिला मरीज का कंधा टूट चुका था। हड्डी कमजोर होने के कारण जॉइंट नहीं जुड़ सकता था। इसी कारण कंधे को निकालना पड़ा। ऑपरेशन काफी कॉम्प्लिकेटेड था लेकिन सफल रहा है। महिला मरीज स्वस्थ उपचार ले रही है।

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