जिला हमीरपुर मुख्यालय में सर्वजन कल्याण सभा के नवनिर्मित कार्यालय का भव्य उद्घाटन उत्तर भारत के सबसे बड़े शक्तिपीठ बाबा बालक नाथ जी के महंत राजेंद्र गिरी महाराज के करकमलों द्वारा संपन्न हुआ। कार्यक्रम में समाजसेवा के प्रति संस्था की वर्षों से जारी प्रतिबद्धता और प्रदेश भर में किए जा रहे कार्यों को विशेष रूप से रेखांकित किया गया।
कार्यक्रम के दौरान सर्वजन कल्याण सभा के प्रदेश अध्यक्ष नवीन शर्मा ने बताया कि संस्था ने पिछले दो-तीन वर्षों से प्रदेश भर में गरीबों, जरूरतमंदों और वंचित वर्ग के कल्याण के लिए निरंतर प्रयास किए हैं। उन्होंने कहा, “कोई भी अकेला व्यक्ति बड़े कार्य को पूरा नहीं कर सकता। इसके लिए टीमवर्क और एक संगठित प्रयास आवश्यक है। इसी सोच के साथ हमने सर्वजन कल्याण सभा का गठन किया, जिसमें पढ़े-लिखे, जागरूक और संवेदनशील लोगों की एक सशक्त टीम जुड़ी है।”
नवीन शर्मा ने संस्था की गतिविधियों की जानकारी देते हुए बताया कि गरीब घरों की बेटियों की शादियों का दायित्व उठाना, युवाओं को नशे की लत से दूर रखने के लिए खेलकूद गतिविधियों का आयोजन करना, महिलाओं का मनोबल बढ़ाने के लिए विशेष कार्यक्रम चलाना, तथा प्राकृतिक आपदाओं के समय राहत कार्यों में सक्रिय भागीदारी करना संस्था के प्रमुख उद्देश्यों में शामिल हैं। उन्होंने विशेष रूप से उल्लेख किया कि हाल ही में हिमाचल प्रदेश में आई बाढ़ के दौरान संस्था की टीम ने राहत सामग्री पहुंचाकर जरूरतमंद परिवारों की सहायता की।
इस अवसर पर महंत राजेंद्र गिरी महाराज ने संस्था के कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि वर्तमान समय में जब शिक्षा और स्वास्थ्य का व्यापारीकरण बढ़ता जा रहा है, तब गरीब और जरूरतमंद लोग इन सुविधाओं से वंचित हो रहे हैं। उन्होंने कहा, “ऐसे समय में सर्वजन कल्याण सभा जैसी संस्थाएं आगे बढ़कर सेवा कार्य करेंगी, तो यह समाज और गरीब कल्याण के लिए अत्यंत सराहनीय और प्रेरणादायी कदम होगा। समाज सेवा ही सच्चा धर्म है, और ऐसे प्रयासों से समाज में सकारात्मक बदलाव संभव है।”
महंत राजेंद्र गिरी महाराज ने सर्वजन कल्याण सभा के प्रदेश अध्यक्ष नवीन शर्मा और उनकी पूरी टीम को इस पुनीत कार्य के लिए शुभकामनाएं दीं और भविष्य में भी इसी समर्पण भाव से कार्य करते रहने का आह्वान किया।
इस अवसर पर क्षेत्र के गणमान्य लोग, सामाजिक कार्यकर्ता, महिलाएं और युवा बड़ी संख्या में उपस्थित रहे और कार्यक्रम को सफल बनाया। उद्घाटन समारोह ने समाज में एकजुट होकर सहयोग की भावना के महत्व को और प्रबल किया।
