हमीरपुर : हिमाचल प्रदेश भाजपा के वरिष्ठ प्रवक्ता राजेंद्र राणा ने कहा है कि जिला कांग्रेस की बैठक में जिस तरह नेताओं और कार्यकर्ताओं के बीच थप्पड़ और लात-घूसे चले, उससे कांग्रेस के असली वर्किंग स्टाइल का पर्दाफाश हो गया है। उन्होंने व्यंग्य कसते हुए कहा कि पहली बार किसी राजनीतिक दल की बैठक में विकास कार्यों पर चर्चा एक-दूसरे के चेहरे पर तमाचे जड़कर हुई। इससे साफ हो गया है कि धरातल पर विकास शून्य है और कांग्रेस नेता एक-दूसरे को थप्पड़ मारकर ही पार्टी की सेवा करने में जुटे हैं।
यहां जारी एक अभियान में राजेंद्र राणा ने कहा कि मुख्यमंत्री के अपने जिले में ऐसी घटना होना पूरे प्रदेश में चर्चा का विषय बन गया है। उन्होंने तीखा तंज कसते हुए कहा कि प्रदेश आपदा से जूझ रहा है, मगर मुख्यमंत्री बिना सरकारी कार्यक्रम जारी किए विदेश निकल गए और पीछे शायद अपने कार्यकर्ताओं को यही संदेश देकर गए कि आपस में लड़ते रहो और जनता को विकास की गाथा सुनाते रहो।
राणा ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार के पास जनता को दिखाने के लिए कोई ठोस उपलब्धि नहीं है। यही कारण है कि कांग्रेस कार्यकर्ता आपस में भिड़कर अपनी भड़ास निकाल रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता ने कांग्रेस को जनादेश विकास के लिए दिया था, लेकिन सरकार के ढाई साल बीतने के बावजूद आज प्रदेश की हालत बद से बदतर होती जा रही है।
उन्होंने तंज कसा कि कांग्रेस की बैठकें अब विचार-विमर्श के मंच न होकर अखाड़े बन चुकी हैं। जिस पार्टी के नेता अपनी ही पार्टी में एक-दूसरे को थप्पड़ मारने पर उतारू हों, वह जनता की समस्याओं का हल कैसे निकाल सकते हैं।
राणा ने कटाक्ष करते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार का ‘विकास मॉडल’ अब जनता के सामने खुलकर आ चुका है—कागज़ों में प्रोजेक्ट और मंचों पर वादे, जबकि ज़मीन पर केवल तमाचे और घूंसे। उन्होंने कहा कि अगर यही कांग्रेस की उपलब्धि है तो जनता आने वाले चुनाव में इन्हें भी वैसा ही ‘जवाबी तमाचा’ ज़रूर देगी
