ऊना में जीएसटी इंस्पेक्टर 50 हजार रुपये रिश्वत लेते काबू, इतने में हुई थी डील; पूछताछ जारी

हिमाचल प्रदेश के जिला ऊना में विजिलेंस एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने जीएसटी इंस्पेक्टर अंशुल धीमान को 50,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों गिरफ्तार किया।

जिला मुख्यालय में स्थित जीएसटी कार्यालय में विजिलेंस एवं भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो की टीम ने केंद्रीय वस्तु एवं सेवा कर (सीजीएसटी) के इंस्पेक्टर को 50,000 रुपये की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा। आरोपी इंस्पेक्टर की पहचान अंशुल धीमान के तौर पर हुई।
टीम ने आरोपी को काबू कर रिश्वत के तौर पर ली नकदी को जब्त कर लिया। विजिलेंस के एसपी विरेंद्र कालिया ने बताया कि ऊना के एक्साइड बैटरी के एक सप्लायर ने पांच से छह लाख की गलत रिटर्न फाइल की थी।
मामला पकड़ में आने पर आरोपी इंस्पेक्टर ने सेटलमेंट करने के लिए 1.50 लाख रुपये की मांग की। इसके बाद 1.25 लाख में डील खत्म हुई। एक्साइड बैटरी के सप्लायर ने इसकी शिकायत विजिलेंस के पास दी। इसके बाद मंगलवार को जब आरोपी इंस्पेक्टर को वह पहली किस्त 50 हजार रुपये पकड़ाने गया तो विजिलेंस ने योजनाबद्ध तरीके से दबिश दी।
इस दौरान आरोपी नकदी के साथ रंगे हाथ पकड़ा गया। यह कार्रवाई विजिलेंस डीएसपी फिरोज खान के नेतृत्व में की गई। विजिलेंस के एसपी विरेंद्र कालिया ने बताया कि आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है पूछताछ जारी है