देश में चोरी , साइबर ठगी, चेन स्नैन्चिंग इत्यादि घटनाओ को अंजाम देने की घटनाएं आए दिन सुनने को जरूर मिलती हैं, परन्तु जब श्रद्धालुओं की आस्था केंद्रों यानि मंदिरो में ही ऐसी घटनाओं को अंजाम देने की जानकारी सामने आती है तो यह सुनने में बेहद अटपटा प्रतीत होता है। ऐसा ही एक बेहद संगीन मामला उत्तरी भारत के प्रसिद्ध सिद्ध पीठ यानि बाबा बालक नाथ मंदिर ट्रस्ट में सामने आया है। यहां चंदा गिनती के दौरान बड़े पैमाने पर हेराफेरी हुई जो श्रद्धालुओं की आस्था पर कड़ा प्रहार है। इस घटना ने श्रद्धालुओं की आस्था और भावनाओं को साथ ठेस पहुँचाने का काम किया गया है। आरोप है कि मंदिर के दान पेटियों से निकले वाले पैसों की गिनती के दौरान नोटों के साथ छेड़छाड़ की गई और इस काम को अंजाम देने के लिए जानबूझकर सीसीटीवी कैमरों को बंद कर दिया गया था।
गंभीर आरोप, गहराता साजिश का सुराग
प्रारंभिक जांच में यह चौंकाने वाला तथ्य उजागर हुआ है कि गिनती की प्रक्रिया के दौरान निगरानी के सभी साधनों को हैरतअंगेज तरीके से बंद कर दिया गया। इससे यह आशंका और पुख्ता हो गई है कि यह कोई सामान्य घटना नहीं, बल्कि एक सोची-समझी साजिश का हिस्सा है। मामले की गंभीरता को देखते हुए मंदिर न्यास के उपायुक्त एवं जिला उपायुक्त हमीरपुर श्री अमरजीत सिंह ने तत्काल प्रभाव से एसडीएम बड़र को इसकी जांच का जिम्मा सौंपा है।
“दोषियों को नहीं मिलेगी छूट” : डीसी
इस मामले पर डीसी अमरजीत सिंह ने स्पष्ट कहा, “बाबा बालक नाथ मंदिर श्रद्धा का केंद्र है और यहाँ प्रतिवर्ष लाखों श्रद्धालु अपनी श्रद्धा भेंट चढ़ाते हैं। भक्तों की भावनाओं से जुड़ा यह अत्यंत गंभीर मामला है। हम इसकी गहराई से जांच करवा रहे हैं और किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। उसके खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की जाएगी।”
दो लोगों को गिरफ्तार कर लिया गया है
इस संदिग्ध घटना के बाद पुलिस ने अब तक दो लोगों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताछ शुरू की है। हालाँकि, जानकार सूत्रों का मानना है कि यह मामला सतह पर दिख रही बातों से कहीं अधिक गहरा और संगठित षड्यंत्र हो सकता है। आशंका जताई जा रही है कि इस हेराफेरी में मंदिर प्रशासन के अन्य लोग या यहाँ तक कि बैंक कर्मचारी भी शामिल हो सकते हैं।
अब सभी की निगाहें इस जांच की ओर टिकी हैं, क्योंकि आशंका है कि इसके सामने आने वाले तथ्य और नाम चौंकाने वाले हो सकते हैं। सवाल यह है कि क्या आस्था के इस पवित्र स्थल पर विश्वास को तोड़ने वाले इस साजिश का पर्दाफाश हो पाएगा केशव दत्त पुत्र ब्रह्म दास निवासी गांव व डाकखाना चकमोह तहसील बड़सर जिला हमीरपुर उमर 55 साल बाबा नाथ ट्रस्ट में बतौर कनिष्ठ सहायक गणना तैनात है गुरचैन सिंह पुत्र गुरुदेव सिंह निवासी गांव अपर देहला डाकखाना देहला उप तहसील मैतपुर तहसील ऊना जिला उन्ना उमर 51 वर्ष बाबा नाथ ट्रस्ट में बतौर लेखाकार तैनात है मंदिर गबन मामले में गिरफ्तार किए गए हैं।
काबिले गौर है कि इस सिद्ध पीठ का ट्रस्ट इससे पहले भी कई बार गड़बड़ियों और धांधलियों को लेकर सुर्खियों में रहा है। इससे पहले भी यहां बकरा नीलामी, ट्रस्ट के पैसे का दुरुपयोग जैसे कई गंभीर आरोप लगे हैं।
इसके बारे में पुष्टि करते हुए एसपी हमीरपुर भगत सिंह ठाकुर ने बताया मंदिर में तैनात दो कर्मचारियों को गिरफ्तार किया गया है।
